Jump to content

Draft:Bhalchandra Joshi (भालचंद्र जोशी)

From Wikipedia, the free encyclopedia

Bhalchandra Joshi (भालचंद्र जोशी)

[edit]

परिचय :

[edit]
Bhalchandra Joshi

17 अप्रैल 1956 को जनमे भालचन्द्र जोशी पेशे से इंजीनियर रहे हैं। आठवें दशक के उत्तरार्द्ध में कहानी लेखन की शुरुआत। आदिवासी जीवन पद्धति तथा कला का विशेष अध्ययन। निमाड़ की लोक कलाओं और लोक कथाओं पर काम। चित्रकला में सक्रिय रूचि। देश के प्रमुख अखबारों के लिए समसामयिक विषयों पर लेखन। कुछ समय तक लघु पत्रिका ‘यथार्थ’ का संपादन। इसके अतिरिक्त ‘कथादेश’ के नवलेखन अंक (जुलाई 2002) ,हरिशंकर परसाई विशेषांक ( दिसम्बर 2023 ) , ‘पाखी’ के प्रेम विशेषांक (अगस्त-सितम्बर 2020 ) , दैनिक 'आज की जनधारा' समाचार पत्र, रायपुर की साहित्य वार्षिकी ( वर्ष 2022 , वर्ष 2023 तथा वर्ष 2024 ) का संपादन। टेलीविजन के लिए क्लासिक सीरीज में फिल्म लेखन। कुछ कहानियों का भारतीय भाषाओं के अतिरिक्त अंग्रेजी भाषा में अनुवाद।

प्रमुख रचनाएँ :
[edit]

कहानी संग्रह - ‘नींद से बाहर’, ‘पहाड़ों पर रात’, ‘चरसा’, ‘पालवा’, ‘जल में धूप’ , ‘हत्या की पावन इच्छाएँ' 'तितली धूप' , 'कथा सप्तक' और कथा-आलोचना पुस्तकें - ‘यथार्थ की यात्रा’ , 'कहानी:स्वप्न,यथार्थ और संवेदना' तथा ' नामवर सिंह:आलोचना की सार्थकता' और उपन्यास - ‘प्रार्थना में पहाड़’ और ’जस का फूल’ प्रकाशित। उपन्यास 'प्रार्थना में पहाड़' का मराठी और कन्नड़ में अनुवाद।

पुरस्कार :
[edit]

मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन का वागीश्वरी पुरस्कार

इंडिपेंडेंट मीडिया इनिशिएटिव सोसायटी दिल्ली का वर्ष 2012 का शब्द-साधक जनप्रिय लेखक सम्मान।

म.प्र. अभिनव कला परिषद भोपाल द्वारा अभिनव शब्द-शिल्‍पी सम्मान।

'जल में धूप' कहानी संग्रह के लिए 2013 का स्पंदन कृति सम्मान।

हत्या की पावन इच्छाएँ कहानी संग्रह के लिए 2014 का शैलेष मटियानी कथा पुरस्कार।

नामवर सिंह : आलोचना की सार्थकता पुस्तक के लिए वर्ष 2024 का डॉ. रामस्वरूप चतुर्वेदी आलोचना सम्मान।